नई दिल्ली,21फरवरी। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन को झटके पर झटके लगते जा रहे हैं. यूपी में पहले ही रालोद के जयंत चौधरी गठबंधन को अलविदा कह चुके हैं, वहीं अब राज्य में एक और बड़ा झटका लगने की अटकलें तेज हैं. सियासी गलियारों में चर्चा है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में सीट शेयरिंग पर बात नहीं बन रही है.
कांग्रेस और सपा के एक दूसरे को टाटा..बाय-बाय कहने की अटकलें तेज हैं. चर्चा है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट-बंटवारे पर आकर पेंच फंसा है. अखिलेश यादव की पार्टी ने 17 सीटों की पेशकश की है, लेकिन कांग्रेस ने अभी तक इसे स्वीकार नहीं किया है.
राहुल गांधी की यात्रा से दूर हैं अखिलेश यादव
अखिलेश यादव अब तक राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा से भी दूर रहे हैं. जो इस समय उत्तर प्रदेश में चल रही है. यूपी के पूर्व सीएम ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप देने के बाद उनकी पार्टी यात्रा में शामिल होगी.
सीट शेयरिंग पर कहां फंसी बात?
चर्चा है कि कांग्रेस यूपी में कड़ी सौदेबाजी करने की कोशिश कर रही है. समाजवादी पार्टी ने सबसे पहले कांग्रेस को 11 सीटों की पेशकश की थी, लेकिन जयंत चौधरी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोक दल के एनडीए खेमे में चले जाने से समाजवादी पार्टी कांग्रेस को 15 सीटें देने पर सहमत हो गई.
सपा ने 17 सीटें की ऑफर
अटकलें हैं कि इसके बाद कांग्रेस ने और सीटों की डिमांड की. जिसपर समाजवादी पार्टी ने आखिर में 17 सीटों की पेशकश की है. जिसके बाद से दोनों दलों में बातचीत रुकी हुई है. सीटों को लेकर जारी इस खींचतान के बीच समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने एक्स पर पोस्ट किया कि अगर गठबंधन पटरी से उतरा तो कांग्रेस जिम्मेदार होगी.
सपा प्रवक्ता ने क्या कुछ कहा?
उन्होंने लिखा, ‘राहुल गांधी जी, हमारे नेता अखिलेश यादव बड़े दिल वाले हैं, लेकिन आपके जिद्दी पदाधिकारी उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं चाहते हैं. गठबंधन टूटने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार होगी.’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को याद रखना चाहिए कि उसका वोट शेयर कई छोटी पार्टियों से कम है. समाजवादी पार्टी इतनी मजबूत है कि वह अपने दम पर मौजूदा सरकार को हरा सकती है.’
कांग्रेस बोली- बातचीत अभी भी जारी
वहीं, कांग्रेस का कहना है कि बातचीत अभी भी पटरी पर है. कांग्रेस सांसद व पार्टी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने शीट शेयरिंग पर कहा, ‘यह अंतिम चरण में है, इसे किसी भी मिनट अंतिम रूप दिया जा सकता है. बातचीत जारी है.’
INDIA गठबंधन की ताजा स्थिति
इंडिया गठबंधन के कई घटक दल लोकसभा चुनाव से पहले ही अपनी राहें जुदा कर चुके हैं. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी, दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं. तो वहीं यूपी में जयंत चौधरी, बिहार में नीतीश कुमार गठबंधन छोड़ एनडीए में चले गए हैं. ऐसे में अब कांग्रेस-सपा का अलग होना गठबंधन के लिए सबसे बड़ा झटका होगा.