सनातन पर मेरे बयान को बीजेपी ने तोड़-मरोड़कर ऐसे पेश किया जिसके बाद आलोचना होने लगी- उदयनिधि

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करूर, 4दिसंबर। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली बड़ी सफलता के बाद एक बार फिर सनातन चर्चा में है. कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने रविवार 3 दिसंबर को भाजपा के पक्ष में परिणाम आने पर कहा कांग्रेस को सनातन का श्राप लगा है. गौरतलब है कि कुछ समय पहले तमिलनाडु में सत्तारूढ़ DMK नेता और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के पुत्र व मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन पर बयान देकर बड़ा बवाल खड़ा कर दिया था. उस समय कांग्रेस की ओर से इस पर चुप्पी साध ली गई थी, कुछ कांग्रेस नेताओं ने दबे स्वर में स्टालिन के सुर में सुर मिलाया था. यही वजह है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सनातन के श्राप की बात कही. जबकि कांग्रेस और DMK उस विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के सहयोगी हैं, जिसे विपक्षी दलों ने भाजपा और पीएम मोदी के खिलाफ तैयार किया है.

अब इस मामले में जब एक बार फिर बहस शुरू हुई तो रविवार को उदयनिधि स्टालिन को भी अपने बयान के बचाव में सामने आना पड़ा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की केंद्र सरकार ने उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया और इस तरह से फैलाया कि पूरे देश में उसी पर बात होने लगी. उदयनिधि ने रविवार को करूर जिले में पार्टी के युवा नेताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही.

सनातन के लिए क्या कहा था उदयनिधि ने?
उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों और कोरोना जैसे वायरस से की थी. उन्होंने अपने बयान में कहा था कि क्या हम डेंगू, मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों को पनपने देंगे? जैसे हमें उनका खात्मा करना चाहते हैं, उसी तरह से सनातन का भी करना चाहिए. उन्होंने कहा कि डेंगू, मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों की तरह ही हमें सनातनियों का विरोध नहीं बल्कि उनका खात्मा करना चाहिए.

रविवार को अपने युवा नेताओं को संबोधित करते हुए उदयनिधि ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान भी मेरे उस बयान पर ही बोल रहे थे. उन्होंने कहा, ‘मैंने सनातनियों की सामूहित हत्या के लिए लोगों को उकसाया. उन्होंने मुझ पर उस बात के आरोप लगाए, जो मैंने कहा ही नहीं. उन्होंने कहा, मैं चेन्नई में एक कॉन्फ्रेंस में भाग ले रहा था, जहां मैंने सिर्फ तीन मिनट बोला.’

उदयनिधि की सफाई
उदयनिधि ने कहा, मैंने उस तीन मिनट के भाषण में सिर्फ यही कहा कि सभी के साथ समानता का व्यवहार होना चाहिए. किसी के साथ भी भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए. अगर किसी के खिलाफ भेदभाव किया जाता है तो इस भेदभाव का खात्मा किया जाना चाहिए. लेकिन उन्होंने मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर बहुत बड़ा करके पूरे देश में फैला दिया.

उन्होंने कहा, कुछ लोगों ने तो मेरे सिर पर 5-10 करोड़ का इनाम तक रख दिया. यह मामला फिलहाल अदालत में है और मेरा देश की न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है. मुझे मेरे बयान के लिए माफी मांगने को कहा गया, लेकिन मैंने कहा कि मैं माफी नहीं मांगूंगा. मैंने कहा कि मैं स्टालिन का बेटा और क्लैग्नर का पोता हूं और उनकी विचारधारा को ही आगे बढ़ाता हूं.

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