नई दिल्ली, 31अक्टूबर। सोमवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्यरत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) ने वर्ल्ड ऑक्यूपेशनल थेरेपी डे मनाया। इस अवसर पर विभाग से संबद्ध संस्थानों के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम, राष्ट्रीय स्तर के वेबिनार, राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम, पोस्टर मेकिंग जैसी विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया गया। इसके अलावा देश भर में 30 से अधिक स्थानों पर आकाशवाणी के जरिए साक्षात्कार भी प्रसारित किये गए।
वर्ल्ड ऑक्यूपेशनल थेरेपी डे हर साल 27 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिवस पेशेवर चिकित्सा के उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को बढ़ावा देता है। यह दिन पेशेवर थेरेपिस्ट और उनके वैश्विक प्रभाव के बारे में जागरूकता भी बढ़ाता है।
वर्ल्ड ऑक्यूपेशनल थेरेपी डे पर इस वर्ष का विषय है- “समुदाय के माध्यम से एकता”, जो भागीदारी एवं सामुदायिक विमर्श को सुविधाजनक बनाने के लिए दूसरों के साथ मिलकर कार्य करने में हमारी भूमिका को विस्तार देता है। ये विशेष थेरेपिस्ट घायल या दिव्यांग रोगियों को उचित उपचार प्रदान करते हैं। इस तरह के पेशेवर चिकित्सक उन बच्चों की भी सहायता करते हैं, जिनकी कुछ विशेष आवश्यकताएं होती हैं या जिन्हें कुछ कौशल हासिल करने में मदद की जरूरत होती है। ये ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट वरिष्ठ नागरिकों या दिव्यांगजनों के लिए आवश्यक उपकरणों के प्रकार व घरेलू स्तर पर बदलावों की सिफारिशें करते हैं।