अयोध्या, 13अक्टूबर। राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में मिली 5 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित ‘मस्जिद ए अयोध्या’ का डिजाइन अब बदल दिया गया है. अब यह मध्य-पूर्व और अरब देशों में बनने वाली भव्य मस्जिदों की तर्ज पर निर्मित होगी और इसका नाम पैगंबर मोहम्मद साहब के नाम पर रखा जाएगा.
अयोध्या के धन्नीपुर में मिली पांच एकड़ जमीन पर मस्जिद, अस्पताल तथा अन्य सुविधाओं के निर्माण के लिए गठित ‘इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट’ के अध्यक्ष जफर फारुकी ने कहा, “मस्जिद-ए-अयोध्या का डिजाइन अब बदल दिया गया है.’’ फारुकी ने कहा, ‘‘पहले डिजाइन सामान्य तौर पर भारत में बनने वाली मस्जिदों की तरह सरल था लेकिन अब ट्रस्ट ने डिजाइन में बदलाव करके मध्य-पूर्व और अरब देशों में बनने वाली भव्य मस्जिदों की तर्ज पर मस्जिद बनाने का फैसला किया है.
मस्जिद का नाम पैगंबर ‘मोहम्मद बिन अब्दुल्ला’ के नाम पर रखा जाएगा.” जफर फारुकी ने बताया, “पुणे के वास्तुकार द्वारा तैयार किए गए नए डिजाइन को मुम्बई में आयोजित एक बैठक में अंतिम रूप दिया गया. यह मस्जिद पिछली मस्जिद के डिजाइन के मुकाबले आकार में बड़ी होगी. इसमें अधिक जगह होगी और इसमें एक साथ 5000 से ज्यादा नमाजी नमाज अदा कर सकेंगे.” फारूकी ने बताया कि बैठक में सुन्नी, शिया, बरेलवी और देवबंदी सहित सभी मुस्लिम मसलकों के लगभग एक हजार मौलवियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.
उन्होंने कहा, “हम 300 बिस्तरों वाला एक धर्मार्थ कैंसर अस्पताल बनाएंगे. अंतर्राष्ट्रीय फार्मा कंपनी वॉकहार्ट ग्रुप के अध्यक्ष डॉक्टर हाबील खुराकीवाला ने धर्मार्थ आधार पर अस्पताल स्थापित करने और उसे संचालित करने पर सहमति व्यक्त की है.”