नौ अलगाववादी संगठनों ने कनाडा में बना रखे हैं ठिकाने, भारत के एतराज के बाद भी ट्रूडो नहीं ले रहे सुध

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नई दिल्ली, 21 सितंबर। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने इसके विरोध में कार्रवाई करते हुए कनाडा के सीनियर डिप्लोमैट को पांच दिनों के भीतर देश छोड़ने के लिए कहा है। इस बीच दावा किया गया कि आतंकवादी समूहों का समर्थन करने वाले कम से कम नौ अलगाववादी संगठनों के ठिकाने कनाडा में हैं। यह भी कहा गया कि कई प्रत्यर्पण अनुरोधों के बावजूद कनाडा ने लोकप्रिय पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या सहित जघन्य अपराधों में शामिल लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।

अधिकारियों ने कहा कि विश्व सिख संगठन (डब्ल्यूएसओ), खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ), सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) जैसे खालिस्तान समर्थक संगठन पाकिस्तान के इशारे पर कथित तौर पर कनाडा की धरती से स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं।

अधिकारियों ने कहा कि भारत में कई मामलों में वांछित आतंकियों के निर्वासन के अनुरोध कनाडाई अधिकारियों के पास सालों से लंबित हैं। इतना ही नहीं भारतीय अधिकारियों ने यह आरोप भी लगाया कि इन लोगों के खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस भी लंबित है।

अधिकारियों ने कहा कि भारतीय अधिकारियों ने गुरप्रीत सिंह के निर्वासन का अनुरोध किया था। साथ ही उसका कनाडा का पता भी दिया था, लेकिन कनाडा मूक बना रहा। उसके अलावा, 16 आपराधिक मामलों में वांछित अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला, पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले सतिंदरजीत सिंह बराड़ उर्फ गोल्डी बराड़ के खिलाफ भी कनाडा की सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने कहा कि अलगाववादी संगठन खुलेआम हत्या की धमकियां दे रहे हैं। अलगाववादियों के एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं और भारत में लक्षित हत्याएं कर रहे हैं। लेकिन भारत की चिंताओं के बाद भी कनाडा कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

कनाडा के वैंकुवर में अज्ञात युवकों की गोली का शिकार बना हरदीप सिंह निज्जर जालंधर के फिल्लौर के गांव भारसिंहपुरा का रहने वाला था और खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख था। भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 40 मोस्ट वांटेड आतंकियों की जो लिस्ट जारी की थी, उसमें निज्जर का नाम था।

सितंबर-2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निज्जर को आतंकी घोषित कर दिया। इसके बाद निज्जर की जालंधर के भारसिंहपुरा गांव की प्रॉपर्टी भी कुर्क कर ली गई। एनआईए निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर चुकी थी। मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर और कई थानों पर ग्रेनेड हमले करवाने वाला अर्शदीप डल्ला भी निज्जर का सहयोगी है। पहला मामला गांव भारसिंहपुरा में पुजारी की हत्या का था, जिसमें निज्जर की भूमिका सामने आई थी।

18 जून को कर दी गई थी निज्जर की हत्या
हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून 2023 को कनाडा में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। उसे कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया के सरी स्थित गुरुनानक सिख गुरुद्वारा के पास 2 अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार दी। निज्जर इस गुरुद्वारे का संचालन करने वाली कमेटी का प्रधान भी था। हरदीप सिंह निज्जर ने 2013-14 में पाकिस्तान की भी यात्रा की थी।

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