नई दिल्ली, 11सितंबर। ‘लिटर्जी कमीशन फॉर दिल्ली आर्चडायोसिस’ के सचिव फादर निकोलस डियास ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को ‘बेहद विनम्र’ व्यक्ति बताया है, जिन्होंने कहा कि उनके जीवन पर उनकी दादी का बड़ा प्रभाव है. फादर डियास ने शनिवार को जी-20 सम्मेलन शुरू होने से पहले दिल्ली के एक होटल में अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए आयोजित आधे घंटे की प्रार्थना सभा के दौरान बाइडन से मुलाकात की थी. बाइडन उसी होटल में ठहरे हुए थे. फादर डियास ने बताया कि उन दोनों के बीच बातचीत धर्म, गोवा और भारत पर केंद्रित रही.`
गोवा के बेनोलिम के रहने वाले फादर डियास ने कहा, ‘मैंने उन्हें भारत में ईसाई धर्म की उत्पत्ति के बारे में बताया और याद दिलाया कि भारतीय चर्च दुनिया में ईसाई धर्म जितने ही पुराने हैं.’ दिल्ली आर्चडायोसिस के पादरी ने जी20 तथा भारत एवं अमेरिका की सफलता के लिए प्रार्थना की. फादर डियास ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ‘बहुत विनम्र’ हैं और उन्होंने इस प्रार्थना कार्यक्रम के वास्ते वक्त निकालने को लेकर आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि बाइडन ने अपने ऊपर ईसाइयत के प्रभाव तथा पोप फ्रांसिस से नजदीकी के बारे में उन्हें बताया.
फादर डियास ने कहा, ‘हमारी थोड़ी बातचीत हुई जहां उन्होंने बताया कि कैसे उनके जीवन तथा उनके कैथोलिक पालन-पोषण पर उनकी दादी का असर है.’ पादरी अपने साथ गोवा का विशेष पकवान बेबिनका भी लेकर गये थे जिसे उन्होंने बाइडन को खिलाया. इस भेंट के समापन से पहले बाइडन ने उन्हें एक स्मृति चिह्न राष्ट्रपति मुहर नंबर 261 भेंट की.`
बाइडन वियतनाम रवाना
जो बाइडन महात्मा गांधी के स्मारक राजघाट पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद रविवार सुबह वियतनाम रवाना हो गए. अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में भारत की अपनी पहली यात्रा के तहत बाइडन दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे थे और उन्होंने उसी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की थी. अपनी 50 मिनट से अधिक की बातचीत में मोदी और बाइडन ने द्विपक्षीय प्रमुख रक्षा साझेदारी को ‘और गहरा एवं विविध’ बनाने का संकल्प लिया. उन्होंने भारत द्वारा 31 ड्रोन की खरीद और जेट इंजन को मिलकर विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ने का स्वागत किया. बाइडन ने शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन के प्रमुख सत्रों में भी भाग लिया था.