इंफाल, 5सितंबर। अनुसुईया उइके राज्यपाल मणिपुर से सोमवार को डी.डी. पडसलगीकर, पूर्व उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई और एसआईटी को सौंपे गए मामलों की निगरानी और पर्यवेक्षण के लिए नियुक्त अधिकारी ने मुलाकात की और उन्हें राज्य की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया।
श्री पडसलगीकर को राज्य में मुख्य रूप से सीबीआई और एसआईटी द्वारा जांच किए गए मामलों की निगरानी के लिए तैनात किये गये है। उन्होंने राज्यपाल को सूचित किया कि शुरुआत में 42 (बयालीस) विशेष जांच दल गठित किए जाएंगे और हिंसा से संबंधित सभी मामलों की शीघ्रता से जांच की जाएगी।
जहां तक पर्वतीय जिलों के मामलों का सवाल है, उन्होंने सूचित किया कि मामलों की जांच के लिए बीएसएनएल और एनआईसी के माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। श्री पडसलगीकर ने बताया कि जांच की पहली रिपोर्ट अक्टूबर के पहले सप्ताह तक संबंधित प्राधिकारी को सौंपी जाएगी।
उन्होंने कहा, उन्होंने कई राहत शिविरों का दौरा किया और शिविरों में विस्थापित लोगों से मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल से लोगों की मदद के लिए हरसंभव कदम उठाने का अनुरोध किया. माननीय राज्यपाल ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारों ने हिंसा प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक प्रयास शुरू कर दिए हैं और संबंधित राज्य सरकार की मशीनरी को उन लोगों को सहायता प्रदान करने और उपाय करने के निर्देश भी दिए हैं।
राजभवन मणिपुर में माननीय सुश्री अनुसुईया उइके जी राज्यपाल से प्रदेश के मुख्य सचिव डॉ. विनीत जोशी एवं श्री टी रंजीत सिंह आयुक्त गृह ने मुलाकात की। इस मुलाकात में मुख्यसचिव ने प्रदेश की वर्तमान कानून एवं व्यवस्था की स्थिति, प्रशासनिक गतिविधियों की स्थिति एवं राहत शिविरों मे रह रहे प्रभावितों की स्थिति उन्हें प्रदान की जा रही सुविधाओं, पुनर्वास के प्रयास, रेडक्रास सोसायटी की गतिविधियों से अवगत कराया और चर्चा की गई। राज्यपाल ने विगत दिनों उनसे मिलने वाले विशिष्ठजनों एवं आमजनों से प्राप्त समस्याओं एवं सुझावों से अवगत कराते हुए उनके समाधान के लिये आवश्यक निर्देश दिये। साथ ही रेडक्रास सोसायटी को केन्द्र से प्राप्त राहत सामग्री के वितरण के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये।