नई दिल्ली, 18 फरवरी।कतर ने भारत से फ्रोजन सीफूड (समुद्री खाद्य) के आयात पर अस्थायी प्रतिबंध हटा लिया है। इससे पश्चिम एशियाई देश को निर्यात बढ़ाने और उनसे बेहतर द्विपक्षीय संबंध स्थापित करने का रास्ता तैयार हुआ है।
इससे पहले कतर ने यह प्रतिबंध फीफा विश्व कप से ठीक पहले यानी नवंबर, 2022 में भारत से कुछ खेपों से विब्रियो हैजा का कथित रूप से पता चलने के बाद लगाया गया था। कतर के अधिकारियों ने भारत को सूचित किया कि यह प्रतिबंध अस्थायी था और फुटबॉल आयोजन के लिए उनके देश में पर्याप्त परीक्षण प्रयोगशालाओं की कमी के कारण लगाया गया था।
इस प्रतिबंध को लगाए जाने के बाद से कतर स्थित भारतीय दूतावास के साथ भारत सरकार का वाणिज्य विभाग इस मुद्दे के समाधान के लिए लगातार प्रयास कर रहा था। कतर के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श के लिए लगातार कई बैठकें आयोजित की गई थी। इसके परिणास्वरूप 16 फरवरी को जारी अधिसूचना में फ्रोजन सीफूड लगाए गए प्रतिबंध को हटा दिया गया। हालांकि, चिल्ड सीफूड के निर्यात पर प्रतिबंध को जारी रखा गया है।
समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एमपीईडीए) के अध्यक्ष श्री डीवी स्वामी ने कहा, “चीन की ओऱ से इसी तरह की रोक को हटाने के बाद यह सप्ताह भारत में समुद्री खाद्य निर्यातकों के लिए बहुत अच्छा साबित हो रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि स्थिति का फिर से मूल्यांकन करने के बाद कतर की ओर से चिल्ड सीफूड पर लगे प्रतिबंधों को भी जल्द ही हटा दिया जाएगा।” श्री स्वामी 15-17 फरवरी तक आयोजित होने वाले इंडिया इंटरनेशनल सीफूड प्रदर्शनी के लिए शहर में हैं।
इस सप्ताह की शुरुआत में यानी 14 फरवरी को बीजिंग ने स्रोत नियंत्रण पर भारत के आश्वासन को मंजूर करने के बाद 99 भारतीय सीफूड प्रसंस्करण निर्यातकों पर लगाई गई रोक को हटा दिया था। दिसंबर, 2020 से एमपीईडीए ने अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर कुल 110 इकाइयों पर बीजिंग की ओर से लगाई गई रोक को हटाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।