सीबीआई ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर, शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को रद्द की थी नेट परीक्षा

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नई दिल्ली, 21जून। देश भर में यूजीसी नेट (UGC-NET) परीक्षा रद्द होने के एक दिन बाद, सीबीआई (CBI) ने शिक्षा विभाग के सचिव की शिकायत के आधार पर ‘अज्ञात आरोपियों’ के खिलाफ मामला दर्ज किया. सीबीआई के एक बयान में गया गया कि शिकायत में आरोप लगाया गया है कि 19 जून, 2024 को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) को केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) की राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषण इकाई से इनपुट प्राप्त हुआ कि यूजीसी नेट की अखंडता -2024 परीक्षा, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा देश के विभिन्न शहरों में दो पालियों में आयोजित की गई, हो सकता है कि समझौता किया गया हो. अधिकारियों ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा की अखंडता से समझौता होने की जानकारी मिलने के बाद बुधवार को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा आयोजित यूजीसी-नेट को रद्द करने का आदेश दिया और मामले को गहन जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया गया है.

NEET मामले के लिए हाई लेवल कमेटी गठित
मंत्रालय का यह फैसला मेडिकल प्रवेश परीक्षा एनईईटी (NEET) में कथित अनियमितताओं को लेकर बड़े पैमाने पर विवाद के बीच आया है, मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है. गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को घोषणा की कि एनटीए कार्यप्रणाली में सुधार और ‘जिरो एरर’ परीक्षा आयोजित करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा. हालांकि समिति की संरचना पर विवरण साझा नहीं किया गया, मंत्री ने कहा कि यह एनटीए की संरचना, कार्यप्रणाली, परीक्षा प्रक्रिया, पारदर्शिता और डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सिफारिशें करेगी. पेपर लीक की समस्या से जूझ रहे एनटीए को नया रूप दिया जाएगा. इसके लिए एक हाई लेवल कमेटी गठित की जा रही है. यह कमेटी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को बेहतर बनाने के लिए सरकार को अपनी सिफारिशें देगी.

शिक्षा मंत्री के नीट परीक्षा नहीं रद्द करने के फैसले से छात्र नाराज
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने गुरुवार को मीडिया को संबोधित तो किया पर नीट परीक्षा के मुताल्लिक कोई बड़ी घोषणा नहीं की, जिसकी उम्मीद नीट परीक्षा में शामिल 24 लाख छात्र कर रहे थे. पटना में नीट परीक्षा में शामिल हुए छात्रों को बड़ी निराशा हाथ लगी जब शिक्षा मंत्री ने NEET परीक्षा रद्द करने सम्बन्धी कोई घोषणा नहीं की. छात्रों का आक्रोश चरम पर है और छात्र छात्रों का कहना है की काउंसलिंग शुरू होने वाली है और उनकी मेहनत को दरकिनार कर दिए गए. पटना नीट के परीक्षार्थी कह रहे हैं की उनके परिजनों की माली हालत यह नहीं है की वे निजी कालेज में जाकर मेडिकल की पढ़ाई करे. छात्रों की मांग है की परीक्षा रद्द कर नए सिरे से परीक्षा हो.

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