रिपोर्ट में दावा: 2028-29 तक 50,000 करोड़ का होगा एसी बाजार, बेहतर जीवनशैली की चाह से बढ़ेगी रफ्तार

0 19

नई दिल्ली: भारत में एयर कंडीशनर (एसी) बाजार तेजी से बढ़ रहा है और एक नई रिपोर्ट के अनुसार, यह बाजार 2028-29 तक 50,000 करोड़ रुपये का हो जाएगा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बेहतर जीवनशैली की चाह और बदलते उपभोक्ता व्यवहार के कारण एसी बाजार की वृद्धि में तेजी आएगी।

बढ़ती मांग और बदलती जीवनशैली

रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय उपभोक्ताओं के बीच बेहतर जीवनशैली की चाह और गर्मियों के दौरान बढ़ती तापमान के कारण एसी की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी एसी की मांग तेजी से बढ़ रही है। लोग अब केवल गर्मियों में ही नहीं, बल्कि पूरे साल भर आरामदायक जीवन जीने के लिए एसी का उपयोग कर रहे हैं।

उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि उपभोक्ताओं के व्यवहार में बदलाव आ रहा है। अब लोग अधिक ऊर्जा-कुशल और पर्यावरण के अनुकूल एसी की ओर बढ़ रहे हैं। इन्वर्टर एसी और स्मार्ट एसी जैसी नई तकनीकों का प्रचलन बढ़ रहा है, जो कम बिजली की खपत के साथ बेहतर कूलिंग प्रदान करते हैं। इसके अलावा, स्मार्ट होम डिवाइसों के साथ एसी का इंटीग्रेशन भी लोकप्रिय हो रहा है।

आर्थिक विकास और आय में वृद्धि

भारत की आर्थिक स्थिति में सुधार और लोगों की आय में वृद्धि भी एसी बाजार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। मध्यम वर्ग की आय में वृद्धि और आर्थिक स्थिरता के कारण अधिक से अधिक लोग एसी खरीदने में सक्षम हो रहे हैं। इसके अलावा, विभिन्न वित्तीय योजनाओं और ईएमआई विकल्पों के माध्यम से एसी की खरीद आसान हो गई है।

सरकारी नीतियों और प्रोत्साहनों का प्रभाव

सरकार द्वारा ऊर्जा-कुशल उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदम और प्रोत्साहन भी एसी बाजार के विकास में सहायक साबित हो रहे हैं। बिजली की खपत को कम करने और पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से सरकार ने कई योजनाएं और नीतियां लागू की हैं, जो एसी बाजार को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही हैं।

भविष्य की संभावनाएं

रिपोर्ट के अनुसार, 2028-29 तक एसी बाजार का 50,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा छूना संभावित है। इसमें प्रमुख भूमिका एसी निर्माताओं की नवाचार और उपभोक्ता केंद्रित उत्पादों की पेशकश होगी। इसके अलावा, स्मार्ट एसी, इन्वर्टर एसी, और ऊर्जा-कुशल मॉडल्स के प्रति उपभोक्ताओं की बढ़ती रुचि इस बाजार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

Leave A Reply

Your email address will not be published.