नई दिल्ली, 10अप्रैल। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने देश विरोधी साजिश मामले में प्रतिबंधित (माओवादी) संगठन पर बड़ी कार्रवाई करते हुए शनिवार (6 अप्रैल) को उत्तर प्रदेश और बिहार में कई स्थानों पर छापेमारी की.
एनआईए की टीम ने यूपी एंटी टेरर स्क्वाड (एटीएस) की ओर से दर्ज मामले को लेकर यूपी के बलिया जिलें में 11 स्थानों पर और बिहार के कैमूर जिले में एक स्थान पर आरोपियों और संदिग्ध व्यक्तियों के परिसर में छापा मारा.
एनआईए ने बरामद किए ये सामान
इस दौरान तालाशी के दैरान एनआईए ने मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड सहति कई डिजिटल उपकरणों के साथ-साथ प्रतिबंधित नक्सली संगठन के पर्चे जैसे आपत्तिजनक डॉक्यूमेंट जब्त किए. एनआईए 10 नवंबर 2023 से यूपी के बलिया में सीपीआई (माओवादी) संगठन के हथियारों, गोला-बारूद, आपत्तिजनक दस्तावेजों साहित्य और किताबों की बरामदगी के बाद पांच लोगों की गिरफ्तारी की जांच कर रही है. एनआईए ने 9 फरवरी 2024 को इस मामले में चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी.
उत्तर भारत में फिर सक्रिय होने की कोशिश
एनआईए की अब तक की जांच में पता चला है कि प्रतिबंधित संगठन सपीआई (माओवादी) उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश सहित देश के कई उत्तरी क्षेत्रों फिर से सक्रिय होने की कोशिश कर रहा है. सीपीआई (माओवादी) के नेता, कैडर और ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) इन क्षेत्रों में संगठन की कमजोर होती साख को फिर से पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं. सपीआई (माओवादी) की प्लानिंग को नेस्तनाबूद करने के लिए बीते कुछ महीनों में एनआईए ने कई जगहों पर छापेमारी की है.
इससे पहले एनआईए ने नवंबर 2023 में बिहार में कई स्थानों पर नक्सलियों से जुड़े भड़काऊ पर्चे और साहित्य से जुड़े मामले को लेकर छापेमारी की थी. उस समय जांच एजेंसी ने राजा लाल खरवार, नारद यादव और एक अन्य शख्स को गिरफ्तार किया था.