हिमाचल प्रदेश: राज्यसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों को मिले 34 वोट, फिर कैसे जीती भाजपा? यहाँ देखें ….

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शिमला,01 मार्च। हिमाचल प्रदेश की स्ताधारी पार्टी कांग्रेस को राज्यसभा चुनाव 2024 में एक बड़ा झटका लगा है। जहां पर पार्टी लाइन से हटकर कांग्रेस के 6 विधायकों ने भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में क्रॉस वोटिंग कर दी। जिसकी वजह से कांग्रेस के राज्यसभा प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंह बिहार गए। विधायकों की ज़रुरी संख्या और राज्य में सरकार होने के बावजूद भी कांग्रेस प्रत्याशी की हार बताती है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए राह नहीं होगी। अपने प्रत्याशी हर्ष महाजन की जीत को लेकर भाजपा नेता पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने यह दावा किया है कि जहां जीत की संभावना नहीं थी, हमने वहां जीत हासिल की।

दोनों के लिए 34-34 वोट-
उन्होंने कहा कि हम बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का धन्यवाद करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब सुखविंदर सिंह सुक्खी को इस्तीफा दे दिया देना चाहिए। हर्ष महाजन और कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंह भी दोनों के लिए ही 34-34 वोट पड़े हैं तो फिर जीत बीजेपी की कैसे हो गई। उसे लेकर अभिषेक मनु ने पूरी जानकारी दी है।

नंबर बराबर होने की स्थिति-
उन्होंने कहा कि नंबर बराबर होने की स्थिति में वोटिंग अधिकारी ने दोनों ही प्रत्याशियों के नाम अलग-अलग पर्ची में लिखकर एक बॉक्स में डालें गए और उन्हें अच्छे से फोल्ड करके उसे खूब उल्टा पलटा गया और उसके बाद खोलकर एक नाम निकल गया, जो कि सिंघवी का निकला। नियमों के मुताबिक बक्से के अंदर भाजपा प्रत्याशी का नाम था और इसी से हर्ष महाजन की जीत तय हो गई। राज्यसभा प्रत्याशी हर्ष महाजन की जीत पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे लगाए।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने दावा किया-
उन्होंने जयराम ठाकुर को गोद में उठा लिया। भाजपा ने यह दावा किया है कि राज्य की सुखविंदर सिंह की सरकार के पास बहुमत नहीं है और वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने दावा किया था कि भाजपा ने उनके 5-6 विधायकों को हरियाणा पुलिस और सीआरपीएफ की मदद से उठाकर पंचकुला ले गए हैं। सुबह ही कम सुखविंदर कॉन्फिडेंट नहीं लग रहे थे। हालांकि उन्होंने सुबह यह दावा किया था कि कांग्रेस प्रत्याशी आसानी से चुनाव जीतेंगे। लेकिन नतीजा आने के बाद अभिषेक मनु सिंह की हार घोषित हो गई है।

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