नई दिल्ली, 9फरवरी। भारत और रवांडा ने दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने के व्यापक अवसरों पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को किगाली, रवांडा में संयुक्त रक्षा सहयोग समिति (जेडीसीसी) की पहली बैठक की। दोनों देशों के बीच प्रशिक्षण सहयोग, संयुक्त सैन्य अभ्यास, रक्षा औद्योगिक सहयोग आदि क्षेत्रों पर विस्तृत चर्चा हुई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने मित्र देशों को निर्यात करने के लिए भारतीय रक्षा निर्माताओं की बढ़ती क्षमता पर प्रकाश डाला।
रवांडा ने भारतीय रक्षा उद्योग की बढ़ती क्षमताओं पर विश्वास व्यक्त करते हुए प्रशिक्षण सहयोग बढ़ाने में गहरी रुचि दिखाई। रवांडा ने उन क्षेत्रों पर प्रकाश डाला जहां 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रवांडा यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित रक्षा समझौता ज्ञापन के अंतर्गत भारतीय सशस्त्र बल और उद्योग अपने रक्षा बलों के साथ सहयोग कर सकते हैं।
इससे पहले भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने रवांडा के रक्षा मंत्री मारिजामुंडा जुवेनल से मुलाकात की और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व संयुक्त सचिव अमिताभ प्रसाद ने किया और इसमें रक्षा मंत्रालय और भारतीय सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। किगाली में भारतीय मिशन में चार्ज डी अफेयर्स नीलरतन मृधा भी बैठक में शामिल हुए।
भारत और रवांडा के द्विपक्षीय संबंध सौहार्दपूर्ण रहे हैं और पिछले कुछ वर्षों में इनमें लगातार वृद्धि हुई है। जेडीसीसी बैठक के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे से रवांडा के साथ रक्षा संबंध और प्रगाढ़ होने की संभावना है।