एनईपी 2020 में एक तार्किक दस्तावेज के रूप में दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता – धर्मेन्द्र प्रधान
धर्मेन्द्र प्रधान ने योगी आदित्यनाथ के साथ लखनऊ में 928 पीएम श्री स्कूलों का किया शुभारंभ
नई दिल्ली, 5 जनवरी। केन्द्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ लखनऊ में उत्तर प्रदेश में पीएम श्री स्कूलों का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य सूर्य प्रताप शाही; राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्राथमिक शिक्षा, उत्तर प्रदेश सरकार, संदीप सिंह; उत्तर प्रदेश सरकार की माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी; स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव, संजय कुमार; स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अपर सचिव विपिन कुमार एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इस आयोजन में 928 स्थानों से प्रतिभागी वर्चुअली भी शामिल हुए। गणमान्य व्यक्तियों ने स्कूली बच्चों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, धर्मेन्द्र प्रधान ने विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए स्कूलों के बुनियादी ढांचे में सुधार करने और इसे सरकार के प्रमुख एजेंडे में से एक बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य में पीएम-श्री के तहत 1000 से अधिक स्कूलों का उन्नयन और आधुनिकीकरण इस दिशा में एक कदम है।
धर्मेन्द्र प्रधान ने पिछले तीन वर्षों में राज्य में एनईपी 2020 की सिफारिशों को लागू करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि पहले चरण में, उत्तर प्रदेश के 928 सरकारी स्कूलों को पीएम श्री योजना में शामिल किया जा रहा है, जिसमें 81 केन्द्रीय/जवाहर नवोदय विद्यालय शामिल हैं। प्रधान ने यह भी उल्लेख किया कि एनईपी 2020, एक तार्किक दस्तावेज के रूप में, दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता रखता है।
मंत्री ने यह भी कहा कि देश के 26 करोड़ छात्रों में से, लगभग 20 प्रतिशत राज्य से आते हैं और इसलिए वे 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए महत्वपूर्ण होंगे। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि राज्य के नवोदय विद्यालय के छात्रों ने कैसे बिना किसी कोचिंग के आईआईटी, सरकारी मेडिकल कॉलेज, एनआईटी आदि प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की। उन्होंने उत्तर प्रदेश में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के छात्रों को विज्ञान पढ़ाने में आईआईटी गांधीनगर, गुजरात के सेंटर फॉर क्रिएटिव लर्निंग से मदद लेने के राज्य के प्रयास की सराहना की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उल्लेख किया कि पूरे राज्य में 1753 स्कूलों को पीएम श्री स्कूलों के रूप में अपग्रेड करने के लिए चुना गया है। स्कूलों में बालवाटिका, स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान प्रयोगशालाएं, डिजिटल लाइब्रेरी और खेल सुविधाओं जैसे बुनियादी ढांचे में सुधार पेश किए जाएंगे, जिसके परिणामस्वरूप समग्र स्कूली शिक्षा प्रदान करने के लिए एकीकृत परिसर तैयार होंगे।