नई दिल्ली, 29दिसंबर।नई दिल्ली में मुख्य सचिवों के राष्ट्रीय सम्मेलन का आज अंतिम दिन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल सम्मेलन की अध्यक्षता की थी। यह अपनी तरह का तीसरा सम्मेलन है। पहला सम्मेलन जून 2022 में धर्मशाला में और दूसरा इस वर्ष जनवरी में आयोजित किया गया था।
सहकारिता संघवाद के सिद्धांत पर चलने की प्रधानमंत्री की परिकल्पना से प्रेरित इस सम्मेलन का आयोजन केंद्र और राज्य सरकारों के बीच भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए किया गया है। इसमें दो सौ से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, इनमें केंद्र सरकार के प्रतिनिधि, मुख्य सचिव और सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
इस सम्मेलन का उद्देश्य सरकारी प्रयासों की डिलीवरी व्यवस्था को मजबूत करके ग्रामीण तथा शहरी जनसंख्या के जीवनस्तर को बेहतर करने के लिए सहयोगी कार्रवाई का आधार तैयार करना है। इसमें जीवन सुगमता और राज्यों की भागीदारी से सामान्य विकास एजेंडा को लागू करने पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
इस सम्मेलन में कल्याण योजनाओं को आसानी से उपलब्ध कराने और भूमि तथा संपत्ति, बिजली, पेय जल, स्वास्थ्य और स्कूली शिक्षा जैसी सेवाओं की गुणवत्तापूर्ण डिलीवरी पर जोर दिया जाएगा। इन विषयों के अलावा साइबर सुरक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में उभरती चुनौतियों पर भी विशेष सत्र होंगे।
सम्मेलन में मादक पदार्थों के सेवन से मुक्ति तथा पुनर्वास, अमृत सरोवर, पर्यटन संवर्धन, राज्यों की भूमिका तथा ब्रांडिंग, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना और प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के बारे में भी विचार-विमर्श किया जाएगा।