नई दिल्ली, 20नवंबर। गाजा के सरकारी मीडिया कार्यालय ने घोषणा की है कि 7 अक्टूबर को इजरायल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद से गाजा पट्टी में फिलीस्तीनी मरने वालों की संख्या 13,000 से अधिक हो गई है. मीडिया कार्यालय के महानिदेशक इस्माइल अल-थवाब्ता ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मृतकों में 5,500 बच्चे और 3,500 महिलाएं थीं, जबकि 30,000 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अल-थवाब्ता ने कहा कि लापता लोगों की संख्या 6,000 से ज्यादा हो गई है, जिनमें 4,000 बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं, जो अभी भी इजरायली हमलों से नष्ट हुई इमारतों के मलबे में दबे हुए हैं.
7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल पर हमास के अचानक हुए हमले का बदला लेने के लिए इजरायल पिछले कुछ हफ्तों से गाजा पर हमले कर रहा है, जिसके दौरान हमास के आतंकवादियों ने लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी और 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था.
अल-शिफा अस्पताल के नीचे मिली मजबूत सुरंग : आईडीएफ
वहीं, इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने रविवार को कहा कि उसे गाजा में अल-शिफा अस्पताल के नीचे एक मजबूत सुरंग मिली है. आईडीएफ ने कहा, “सुरंग अल-शिफा अस्पताल परिसर के नीचे 55 मीटर लंबी और 10 मीटर गहरी थी. आईडीएफ ने कहा कि एक गहरी सीढ़ी सुरंग शाफ्ट के प्रवेशद्वार की ओर जाती है, जिसमें ब्लास्ट-प्रूफ दरवाजा और फायरिंग होल सहित विभिन्न रक्षा सामग्रियां शामिल हैं.
आईडीएफ ने कहा, “इस प्रकार के दरवाजे का इस्तेमाल हमास संगठन द्वारा इजरायली बलों को कमांड सेंटरों और हमास से संबंधित भूमिगत संपत्तियों में प्रवेश करने से रोकने के लिए किया जाता है. इसमें कहा गया है कि सुरंग शाफ्ट अस्पताल के क्षेत्र में एक शेड के नीचे एक वाहन के बगल में खुला था, जिसमें आरपीजी, विस्फोटक और कलाश्निकोव राइफल सहित कई हथियार थे. आईडीएफ ने कहा कि निष्कर्ष स्पष्ट रूप से साबित करते हैं कि अस्पताल के परिसर में कई इमारतों का उपयोग हमास द्वारा अपने परिचालन बुनियादी ढांचे और गतिविधियों के लिए कवर के रूप में किया जाता है.