`कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ की बैठक, खालिस्तान उग्रवाद के मुद्दे पर हुई चर्चा

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नई दिल्ली, 11सितंबर। पीएम नरेंद्र मोदी और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के बीच आज दिल्ली में रविवार को मुलाकात हुई और विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कनाडा संबंधों की पूरी श्रृंखला पर चर्चा की. दोनों ने जी 20 शिखर सम्मेलन से इतर भारत-कनाडा के विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों की पूरी श्रृंखला पर चर्चा की. इस मीटिंग में खालिस्तान उग्रवाद और विदेशी हस्तक्षेप के मुद्दे पर बात हुई है.`

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने ” दोनों मुद्दे सामने आए. पिछले कुछ वर्षों में पीएम मोदी के साथ, हमने उन दोनों मुद्दों पर कई बातचीत की है… कनाडा हमेशा बचाव करेगा” अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, अंतरात्मा की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण विरोध की स्वतंत्रता और यह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है.. साथ ही हम हिंसा को रोकने और नफरत को पीछे धकेलने के लिए हमेशा मौजूद हैं.

कुछ लोगों की हरकतें पूरे समुदाय या कनाडा का प्रतिनिधित्व नहीं करती: जस्टिन ट्रूडो
कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो ने कहा, मुझे लगता है कि समुदाय के मुद्दे पर, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि कुछ लोगों की हरकतें पूरे समुदाय या कनाडा का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं. इसका दूसरा पहलू यह है कि हमने कानून के शासन का सम्मान करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला और हमने विदेशी हस्तक्षेप के बारे में भी बात की…”`

भारत दुनिया में एक असाधारण रूप से महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था है: जस्टिन ट्रूडो
कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत-कनाडा संबंधों और पीएम मोदी के साथ अपने संबंधों पर कहा, “हम मानते हैं कि भारत दुनिया में एक असाधारण रूप से महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था है और जलवायु परिवर्तन से लड़ने से लेकर विकास पैदा करने तक हर चीज में कनाडा का एक महत्वपूर्ण भागीदार है.” नागरिकों की समृद्धि के लिए हमेशा बहुत काम करना होता है और हम इसे करना जारी रखेंगे.”

भारत-कनाडा संबंधों की पूरी श्रृंखला पर चर्चा की
PM मोदी ने रविवार को जी20 शिखर सम्मेलन से इतर कनाडा के अपने समकक्ष जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की और विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कनाडा संबंधों की पूरी श्रृंखला पर चर्चा की. मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, जी20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की. हमने विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कनाडा संबंधों की पूरी श्रृंखला पर चर्चा की. जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत पहुंचे विश्व के कई नेताओं के साथ मोदी ने पिछले तीन दिनों में अनेक द्विपक्षीय बैठकें की हैं.

दुनिया को बेहतर भविष्य की ओर ले जाने के लिए….
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र सहित वैश्विक निकायों में सुधारों पर नए सिरे से जोर दिया और कहा कि दुनिया की नयी वास्तविकताएं नयी वैश्विक संरचना में प्रतिबिंबित होनी चाहिए क्योंकि यह प्रकृति का नियम है कि जो नहीं बदलते हैं समय के साथ उनकी प्रासंगिकता खत्म हो जाती है. जी20 शिखर सम्मेलन के एक भविष्य सत्र में बदलाव की जरूरत वाले निकाय के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का हवाला देते हुए मोदी ने कहा, यह जरूरी है कि दुनिया को बेहतर भविष्य की ओर ले जाने के लिए वैश्विक निकायों को आज की वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 51 सदस्यों के साथ हुई थी, तो दुनिया अलग थी और अब सदस्य देशों की संख्या लगभग 200 हो गई है.

तेजी से बदलती दुनिया में टिकाऊ और स्थायित्व की भी जरूरत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जब हम हर देश की सुरक्षा और संवेदनशीलता का ख्याल रखेंगे तो एक भविष्य की भावना मजबूत होगी. उन्होंने कहा कि दुनिया को वैश्विक परिवार को वास्तविकता बनाने के लिए वैश्विक गांव की अवधारणा से आगे जाने की जरूरत है. उन्होंने एक ऐसे भविष्य का आह्वान किया जिसमें न केवल देशों के हित जुड़े हों बल्कि उनके दिल भी जुड़े हों. उन्होंने कहा, तेजी से बदलती दुनिया में टिकाऊ और स्थायित्व की भी उतनी ही जरूरत है जितनी परिवर्तन की.

प्रगति का मानव केन्द्रित दृष्टिकोण अपनाया जाए
मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में कहा, केवल जीडीपी केंद्रित दृष्टिकोण रखना पुराना हो गया है. अब समय आ गया है कि प्रगति का मानव केन्द्रित दृष्टिकोण अपनाया जाए. भारत इस संबंध में कई प्रयास कर रहा है, खासकर डेटा और प्रौद्योगिकी से संबंधित क्षेत्रों में. हमें सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए एआई का उपयोग करने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं वह करना चाहिए. उन्होंने कहा, जैसा कि हम अपने विकास पथ पर आगे बढ़ रहे हैं, हमें अपना ध्यान निरंतरता और स्थिरता पर रखना चाहिए. इससे हाशिए पर रहने वाले लोगों का सशक्तिकरण सुनिश्चित होगा. इनपुट-भाषा

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