मेरठ, 1सितंबर। मेरठ के इकलौता गांव की रहने वाली पारुल चौधरी ने पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने पर परिवार में जश्न का माहौल है। हालांकि हंगरी में आयोजित वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में मेरठ की बेटी पारूल चौधरी पदक से चूक गईं।
3000 मीटर स्टेपल चेज स्पर्धा में पारुल 11वें स्थान पर रहीं, लेकिन पैरिस ओलंपिक 2024 के लिए उन्होंने क्वालीफाई कर लिया।
पारुल को ओलंपिक टिकट के लिए क्वालीफाई मार्क 9:23 मिनट में 3000 स्टेपल चेज़ दौड़ को पूरा करना था, लेकिन पारुल ने क्वालीफाई मार्क से भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए 9:15 31 मिनट में ही दूरी तय कर रिकॉर्ड बना दिया। पारुल ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में ललिता बाबर का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया। 9: 19:76 मिनट का रिकॉर्ड ललिता के नाम था। इससे पहले पारुल ने बालिका वर्ग की 3000 मीटर दौड़ 9 मिनट से पहले पूरा कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा था।
किसान पिता कृष्ण पाल सिंह सहित परिवार के लोगों ने शानदार प्रदर्शन के लिए खुशी जताई है। ओलंपिक कोटा लेने के लिए क्रीड़ा भारती के लोगों ने भी बधाइयां दी है। कोच गौरव त्यागी खुशी से फुले नहीं समा रहे हैं। पारूल चौधरी ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते हैं। पारुल के घर पर एक पूरा कमरा मेडल से भरा हुआ है। इस कमरे को घर के लोग मेडल वाला कैमरा कहते हैं। किसान पिता ने अपनी बेटी के सपनों को नया आकाश दिया है।