`पुलिस को अतीक के वकील विजय मिश्रा से पूछताछ में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता और अशरफ की वाइफ को लेकर मिले अहम सुराग
लखनऊ , 31जुलाई। गिरफ्तार किए गए अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा से रात में पूछताछ हुई जिसमें कई अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे. जी मीडिया संवाददाता ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अतीक की फरार पत्नी शाइस्ता परवीन और जैनब को लेकर पुलिस ने विजय से पूछताछ की. शाइस्ता परवीन और जैनब की लोकेशन को लेकर अहम सुराग मिले हैं.प्रयागराज पुलिस की एक टीम ने अतीक की पत्नी शाइस्ता और अशरफ की पत्नी जैनब की तलाश में लखनऊ में डेरा डाल दिया है. अशरफ की पत्नी जैनब के लखनऊ में होने की पुलिस को सूचना मिली थी. अशरफ के साले सद्दाम के भी लखनऊ में होने की जानकारी मिली थी. ये लोग अपने वकील विजय मिश्रा से मुलाकात करने वाले थे.मुलाकात से पहले पहुंची पुलिस ने विजय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया.पुलिस की भनक लगते ही जैनब और सद्दाम के रफू चक्कर होने की जानकारी मिली है.
बता दें कि अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को रविवार को गिरफ्तार किया गया था. रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर उसे नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया. पुलिस उपायुक्त (नगर) दीपक भूकर ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड में वांछित अभियुक्त विजय मिश्रा को धूमनगंज थाना की पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि विजय मिश्रा पर धूमनगंज थाने में 147, 148, 149, 302, 307, 506, 34, 120बी, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा सात , सीएलए अधिनियम की धारा सात और एससी एसटी अधिनियम की धारा 3(2) के तहत मुकदमा पंजीकृत है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, विजय मिश्रा को लखनऊ के एक होटल के बाहर गिरफ्तार किया गया और रविवार को रिमांड मजिस्ट्रेट की अदालत में उसे पेश किया गया. रिमांड मजिस्ट्रेट ने विजय मिश्रा को नैनी जेल भेजने का आदेश दिया. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड की विवेचना में नाम आने के बाद से ही विजय मिश्रा फरार था और उसके खिलाफ अतरसुइया थाने में तीन करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में एक मुकदमा दर्ज है. पुलिस के मुताबिक, उमेश पाल हत्याकांड की विवेचना के दौरान पुलिस को जानकारी मिली थी कि उमेश पाल के कचहरी से निकलने के बाद विजय मिश्रा ने उमेश पाल की फोटो अतीक के बेटे असद को भेजी थी और उमेश पाल के रास्ते की जानकारी दी. विवेचना के दौरान मिले तथ्यों और उम्रकैद की सजा काट रहे अतीक के वकील खान शौलत हनीफ के बयान के आधार पर विजय मिश्रा को उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया था.