रामनवमी पर निकले जुलूसों के दौरान चार राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा, गुजरात में एक मौत, पुलिस को छोड़ने पड़े आंसू गैस के गोले
नई दिल्ली, 30मार्च। हिंदूवादी समूहों द्वारा रविवार को रामनवमी पर निकाले गए जुलूसों के चलते देश के चार राज्यों से सांप्रदायिक हिंसा की खबरें हैं, जिनमें गुजरात में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है.
गुजरात
गुजरात के दो शहरों में रामनवमी के जुलूस के दौरान झड़प हुई. हिम्मतनगर और खंभात शहरों में रविवार को रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक झड़प हो गई. खंभात में हुई सांप्रदायिक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल हो गया. पुलिस ने यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि सांप्रदायिक झड़पों के दौरान पुलिस को पथराव करने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.
खंभात शहर आणद जिले में पड़ता है जबकि हिम्मतनगर साबरकांठा जिले में है.
पुलिस अधीक्षक अजीत राज्यन ने कहा कि रविवार दोपहर को खंभात में रामनवमी जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हुई पथराव की घटना के बाद घटनास्थल से लगभग 65 वर्षीय एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया, जिसकी शिनाख्त नहीं हो सकी है.
उन्होंने बताया कि इस घटना में एक अन्य व्यक्ति घायल हुआ जबकि उपद्रवियों ने कुछ दुकानों में आग लगा दी. अधिकारी ने कहा कि बाद में हालात को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए.
इस बीच, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर शहर के छपरिया इलाके में दोपहर बाद जब रामनवमी का जुलूस निकला तो दो समुदायों के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव कर दिया.
अधिकारी ने कहा, ‘पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. बाद में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए शहर के बाहर से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया.’
अधिकारियों ने कहा कि घायलों की संख्या अभी तक ज्ञात नहीं है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर शहर के छपरिया इलाके में दोपहर बाद जब रामनवमी का जुलूस निकला तो दो समुदायों के लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव कर दिया.
अधिकारी ने कहा, ‘पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. बाद में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए शहर के बाहर से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया.’
नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि आणंद जिले के खंभात में भी रामनवमी जुलूस के दौरान झड़प हो गई, जिसमें पथराव किया गया तथा दो समूहों ने दुकानों और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया.
वहीं, हिम्मतनगर में हिंसा तब हुई जब राम नवमी जुलूस अल्पसंख्यकों के प्रभाव वाले इलाके छपरिया में प्रवेश कर गया.
अखबार के मुताबिक, हिंसा की खबरों के बावजूद भी विश्व हिंदू परिषद ने उसी इलाके में रैली निकाली. पुलिस का कहना है कि उसके चार अधिकारी पत्थरबाजी में घायल हुए हैं.
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में रविवार को रामनवमी के जुलूस पर पथराव, कुछ वाहनों और घरों में आगजनी की घटनाओं के बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. खरगोन की जिलाधिकारी अनुग्रहा पी. ने कहा कि पूरे खरगोन में कर्फ्यू लगा दिया गया है. एक अधिकारी ने कहा कि खरगोन के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ चौधरी को हिंसा के दौरान गोली लगी है.
रामनवमी के जुलूस पर पथराव और कुछ घरों और वाहनों में आगजनी की घटनाओं के बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. उप पुलिस महानिरीक्षक (डीआईजी) तिलक सिंह ने सोमवार सुबह पत्रकारों से कहा, ‘देर रात दो बजे के बाद स्थिति नियंत्रण में है और कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. पुलिस की गश्त जारी है. तलाशी अभियान में अब तक 70 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है.’
एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा, हालांकि उन्होंने रिपोर्ट नहीं देखी है लेकिन ऐसा लगता है कि एसपी सिद्धार्थ चौधरी के पैर में गोली लगी है और प्राथमिक उपचार किया गया है. डीआईजी ने कहा कि हिंसा में छह पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 24 लोग घायल हुए हैं और उनकी चिकित्सा जांच (मेडिकल) की गई है. उन्होंने लोगों से घरों में रहने और घटना में शामिल असामाजिक तत्वों को पकड़ने के लिए सहायता करने के लिए कहा है.
जिलाधिकारी ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और लोगों को केवल चिकित्सा आपात (मेडिकल इमरजेंसी) स्थिति में ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी गई है. जिलाधिकारी ने खरगोन की घटना को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक संदेश या वीडियो साझा करने पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.
जिला प्रशासन ने ट्वीट कर कहा कि चिकित्सा आपात स्थिति के अलावा किसी भी जरुरी काम के लिए एसडीएम कार्यालय, तहसील कार्यालय और कोतवाली थाने से अनुमति ली जा सकती है. इससे पहले रविवार को बड़े पैमाने पर हिंसा होने के कारण अधिकारियों ने शहर के तीन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू और पूरे शहर में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 (चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध) लगा दी थी.
इस बीच, जिले के प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने अधिकारियों को दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
संभागायुक्त पवन शर्मा स्थिति का जायजा लेने खरगोन पहुंचे हैं. खरगोन के अपर जिलाधिकारी सुमेर सिंह मुजाल्दे ने रविवार को बताया कि जिला मुख्यालय स्थित तालाब चौक पर रामनवमी का जुलूस निकलते ही कुछ उपद्रवियों ने जुलूस में शामिल लोगों पर पथराव कर दिया. इसके चलते पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े.
जिलाधिकारी ने कहा कि इस जुलूस को खरगोन शहर का एक चक्कर मारना था, लेकिन हिंसा को देखते हुए इसे आधे रास्ते में खत्म कर दिया गया.
इसी तरह की पथराव की घटना बड़वानी जिले के सेंधवा कस्बे में रामनवमी के जुलूस के दौरान सामने आई जिसमें एक थाना प्रभारी और पांच अन्य घायल हो गए. अधिकारियों के मुताबिक बाद में स्थिति पर काबू पा लिया गया।
बड़वानी जिले के पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला ने संवाददाताओं से कहा कि सेंधवा थाना प्रभारी बलदेव सिंह मुजाल्दे और पांच अन्य रविवार को जोगवाड़ा रोड पर रामनवमी के जुलूस पर पथराव के दौरान घायल हो गए. पुलिस ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित किया.
उन्होंने कहा कि घटना के बाद जुलूस जारी रहा और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ.