चंडीगढ़, 27 मार्च। पंजाब पुलिस ने 18 मार्च, 2023 से शांति भंग की आशंका और कानून-व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंका के कारण गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के मामलों की जाँच करने और उन लोगों को रिहा करने के लिए अपना अभियान जारी रखा है, जिनके मामले में शांति भंग करने की आशंका खत्म हो गई है। कानून की निवारक धाराओं के तहत गिरफ्तार किए गए कुल 353 व्यक्तियों में से 197 लोगों को आज तक रिहा कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पंजाब पुलिस को शांति भंग या गंभीर आपराधिक अपराधों की आशंका के कारण गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की स्क्रीनिंग करते समय सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने कहा कि राज्य के सभी एस.एस.पीज़ और सी.पीज़ को यह सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को परेशान या गिरफ्तार नहीं किया जाए। जाँच अधिकारियों और उनके पर्यवेक्षण अधिकारियों को पहले उपलब्ध सबूतों की जाँच करनी चाहिए और मूल अपराधों में किसी भी निवारक गिरफ्तारी या गिरफ्तारी से पहले स्वयं की संतुष्टी को सुनिश्चित बनाना चाहिए।
डीजीपी ने कहा कि निवारक धाराओं के तहत गिरफ्तार किए गए 353 लोगों के अलावा, 40 लोगों को गंभीर आपराधिक अपराधों के तहत गिरफ्तार किया गया है और सात लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार पुलिस अधिकारी उपलब्ध साक्ष्यों की जाँच कर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए ठोस आपराधिक अपराधों के तहत गिरफ्तार व्यक्तियों की स्थिति की समीक्षा करेंगे।
डीजीपी गौरव यादव ने सभी पंजाबियों से राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने और फर्जी खबरों और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। डीजीपी ने कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और पूरी तरह से स्थिर है। उन्होंने चेतावनी दी कि अफवाह और फर्जी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब पुलिस ने आज फ्लैग मार्च, नाका-बंदी, गश्त की और राज्य के बाज़ारों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर उपस्थिति बनाए रखी। पंजाब पुलिस राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।