नई दिल्ली, 3दिसंबर। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में यूक्रेन पर एक संयुक्त बयान जारी करते हुए ‘व्यापक रूप से हुए अत्याचारों और युद्ध अपराधों’ के लिए रूस जवाबदेह है. दोनों नेताओं ने व्हाइट हाउस की बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा कि, अगर पुतिन युद्ध को समाप्त करने के इच्छुक हैं तो वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करेंगे. बता दें कि जब से पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण शुरू किया है, तबसे बाइडेन ने उनसे बात करने का विरोध किया है, जबकि मैक्रों ने पुतिन के साथ बातचीत के रास्ते खुले रखे हैं.
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए जो बाइडेन ने कहा कि अब मैं यह पता लगाने के लिए उनसे बात करने को तैयार हूं कि वे अब क्या करेंगे. हालांकि बाइडेन ने कहा कि वे पुतिन से बात अपने नाटो देश के सहयोगियों के परामर्श के बाद ही करेंगे और ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे जिससे यूक्रेन के हितों को नुकसान पहुंचे.
बाइडेन ने कहा कि मैं इसे अपने दम पर नहीं करने जा रहा हूं. इस दौरान मैक्रों और बाइडेन ने यूक्रेन में आक्रमण और सेना द्वारा वहां किए गए अत्याचारों के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया.
मैक्रों ने कहा कि मैं पुतिन से यूक्रेन पर आक्रमण रोकने और परमाणु संयंत्रों की सुरक्षा के लिए बात करना जारी रखूंगा. बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन की यह पहली मुलाकात है और दोनों के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर यह पहली बातचीत हो रही है. दोनों नेताओं ने यूक्रेन के लिए समर्थन का वादा किया और ये भी कहा कि, दोनों नेताओं ने ओवल ऑफिस वार्ता में कुछ आर्थिक तनाव कम करने के तरीकों की मांग की.
दोनों नेताओं ने मानवाधिकारों के सम्मान और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चीन के विचार और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए चीन की चुनौती पर चिंताएं भी व्यक्त कीं. फ्रांस के राष्ट्रपति बनने के बाद इमैनुएल मैक्रों दूसरी बार अमेरिका की राजकीय यात्रा पर मंगलवार को वाशिंगटन पहुंचे थे और बाइडेन से लंबी बातचीत की थी.